जब आप छोटी लड़की होंगी तभी आप अपने घर पर शिक्षक शिक्षिका बनने का खेल खेलती होंगी और इसमें आपको बहुत आनंद भी आता (UGC NET Ki Puri Jankari) होगा। आखिर आएगा भी क्यों नहीं, बचपन में अपने शिक्षकों की नकल उतारना और बच्चों से काम करवाना इत्यादि में आपको बहुत मजा आता होगा।
इसलिए आज हम बात करने जा रहे हैं यूजीसी नेट की परीक्षा के बारे में जिसको देख कर के आप स्वयं एक शिक्षिका (Teacher Banne Ke Liye Kya Kre) बन सकती हैं। तो आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से कि यूजीसी नेट आखिर होता क्या है।
यूजीसी नेट का पूरा नाम राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा है जो सरकार द्वारा आयोजित की जाती है। इसे सरकारी एजेंसी, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी द्वारा आयोजित किया जाता है। यह भारतीय उम्मीदवारों की योग्यता को मापने के लिए एक परीक्षा है जिसके द्वारा चुने हुए उम्मीदवारों को कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर पर शिक्षकों के लिए नियुक्त किया जाता है।
अगर आपको भारत के विश्वविद्यालय, यूनिवर्सिटी व अन्य शिक्षण अनुसंधान में प्रवेश लेना है तो उसके लिए यह न्यूनतम आवश्यकताओं का मानकीकृत करता है। सभी प्रकार के आवेदनकर्ताओ में से सही उम्मीदवार को चुनने व उसको जॉब देने के लिए यह परीक्षा आयोजित की जाती है।
पहले नेट की परीक्षा सीबीएसई केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित की जाती थी लेकिन पिछले कुछ वर्षों से इसे एनपीए दवारा संचालित किया जा रहा है। एक प्रेस विज्ञप्ति में भारत सरकार ने कहा है कि यह परीक्षा हर वर्ष 2 बार आयोजित की जाएगी। अब इस परीक्षा को भी ऑनलाइन कर दिया गया है, पहले इसे ऑफलाइन के माध्यम से संचालित किया जाता था।
नेट उत्तीर्ण करने के बाद क्या मुझे नौकरी मिल सकती है? (UGC NET Exam Pass Karne Ke Baad)
अगर अभी आप इस दुविधा में है और यह जानना चाहती है कि इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद क्या आप व्याख्याता या शोधकर्ता बन सकती है तो हम आपको बता दें कि इसे सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करने के बाद ना सिर्फ आप विश्वविद्यालयों, भारतीय कॉलेजों में व्याख्याता के रूप में लग सकती हैं अपितु आप पीएसयू या सार्वजनिक क्षेत्र के अन्य उपक्रमों में भी आकर्षक नौकरियों के लिए पात्र बन जाती हैं।
इसलिए इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद आपके पास अन्य क्षेत्रों में भी नौकरी करने का एक सुनहरा रास्ता खुल जाता है। आप अपने यूजीसी नेट के स्कोर के माध्यम से पीएसयू की अन्य कंपनियों में निवेदन कर सकती है। इसके सफल उम्मीदवार विज्ञान प्रबंधन, कॉर्पोरेट, संचार, मानव संसाधन और वित्त में अनुसंधान में विकास जैसे विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्रों के कई सार्वजनिक संगठनों में अधिकारियों के पद के लिए पात्र बन जाते हैं।
यूजीसी द्वारा उठाया गया यह कदम अधिक छात्रों को परीक्षा देने के लिए लुभाने में एक अच्छा मार्ग दिखाता है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों के दौरान छात्रों की संख्या में कुछ गिरावट देखी गई है।
यूजीसी नेट की परीक्षा की योग्यता के लिए आपको कई चरणों को पास करना होता है। सबसे पहले इस परीक्षा को देने के लिए आपको न्यूनतम 55% अंकों के साथ सामान्य और कुल 50% अंकों के साथ मास्टर डिग्री प्राप्त करनी होती है। अर्थात आपको अपनी ग्रेजुएशन 55% अंकों में व पोस्ट ग्रैजुएशन 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण करने के बाद आप यूजीसी नेट की परीक्षा देने के लिए योग्य उम्मीदवार हो सकते हैं।
अब बात आती है यूजीसी नेट के परीक्षा के बारे में तो इसकी परीक्षा दो भाग में होती है, परीक्षा एक व परीक्षा दो। हर उम्मीदवार को 3 घंटे में दोनों परीक्षाओं के 150 प्रश्नों का उत्तर देना होता है। फिर इसके बाद परीक्षा का परिणाम निकलता है जिसमें कटऑफ निकाली जाती है। यह कटऑफ विभिन्न वर्गों के लिए अलग-अलग होती है जैसे कि सामान्य वर्ग, ओबीसी, एससी व एसटी। तो आपको अपने वर्ग के अनुसार कटऑफ को पार करना होता है तभी आप इसमें सफल उम्मीदवार माने जाते हैं।
इसके अलावा प्रत्येक विषय और श्रेणी में सिर्फ 6% उम्मीदवार केवल जेआरएफ के लिए पात्र हो पाते हैं यदि उन्होंने सहायक व्याख्याता के लिए आवेदन नहीं किया है तो।
भारत सरकार की आरक्षण नीति के अनुसार यूजीसी जूनियर रिसर्च फैलोशिप पदों को प्रदान करते हुए नेट पास करने वाले छात्रों को आरक्षण का कोटा प्रदान करता है। इस नीति के अनुसार न्यूनतम 27% फैलोशिप ओबीसी के उम्मीदवारों के लिए, 15% एससी के लिए, 7.5% एसटी उम्मीदवारों के लिए व 5% विकलांग लोगों के लिए आरक्षित है।
यह आपका सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न होगा कि आप इस परीक्षा की कैसे तैयारी करें (UGC NET Ki Preparation Kaise Kare)। तो आज हम आपको इसके बारे में उपयुक्त जानकारी उपलब्ध करवाएंगे जिससे आप अपनी इस परीक्षा में आसानी से सफलता प्राप्त कर सकें। आपको शुरुआत में परीक्षा के प्रश्न देखकर कुछ परेशानी हो सकती है व मन में यह सवाल उठता है कि आप इस परीक्षा को कैसे उत्तीर्ण करेंगे लेकिन आपको ज्यादा परेशान होने की आवश्यकता नहीं है।
यदि आप सच्चे मन से व कठिन परिश्रम से इस परीक्षा की तैयारी करेंगे तो आप भी इस परीक्षा को पास कर सकती हैं। आइए जानते हैं कुछ सुझाव जो आपको इस परीक्षा की तैयारी करने में आपकी उचित मदद करेंगे।
जैसा कि आप यह जान चुके हैं कि इस परीक्षा को दो पेपरों में विभाजित किया गया है पेपर एक व पेपर दो, जिसमें पेपर एक सामान्य योग्यता या जीके के प्रश्नों पर आधारित होते हैं व पेपर दो आपके द्वारा चुने हुए चयनित विषय पर। इसलिए आपको सबसे पहले पाठ्यक्रम को समझने और उसकी अच्छी सी सूची तैयार करने की आवश्यकता है। आप पहले परीक्षा में क्या-क्या आएगा उसकी एक सूची तैयार कर ले फिर उन विषयों के अनुसार सही पुस्तक का चुनाव करें।
यदि आप अपने पाठ्यक्रम से अच्छे से परिचित है व आपके पास उस चीज के लिए सही पुस्तक है तो आप अपनी योजना भी बेहतर बना पाएंगे और इस परीक्षा की अच्छे से तैयारी कर पाएंगे। एक बार जब आप सूचीबद्ध योजनापूर्ण तरीके से अपनी तैयारी शुरू कर देती है तो आपका मन भी उसमे धीरे-धीरे लगने लगेगा।
जैसा कि इस परीक्षा को देने के लिए बहुत से परीक्षार्थी यही गलती करते हैं कि वह इस परीक्षा की तैयारी देरी से शुरू करते हैं जिससे उनको पूरा पाठ्यक्रम कवर करने का समय नहीं मिल पाता है। अगर वह उसे पूरा पढ़ भी लेते हैं तो उसे फिर से दोहरा नहीं पाते हैं व साथ ही उसे जल्दी-जल्दी में पढ़ते हैं जिससे परीक्षा देते समय आपके भूलने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है।
इसलिए आप इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि आप परीक्षा की तैयारी कम से कम 6 महीने पूर्व शुरू करें ताकि आपको पूरे पाठ्यक्रम को पढ़ने का व उसे याद करने का उचित समय मिल सके। इसके साथ ही आपको उसके बाद दो से तीन बार उसे दोहराने का भी समय मिलेगा जिससे आपको परीक्षा देते समय उस विषय के बारे में भूल जाने की संभावना ना के बराबर होगी।
हम देखते हैं कि ज्यादातर लोग दूसरों के नोट्स का अनुसरण करते हैं और ऐसा करते समय उन्हें कई परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है लेकिन बेहतर यह होगा कि आप अपने आप समझ कर अपने नोट्स स्वयं से बनाएं।
स्वयं के बनाए हुए नोट्स का एक फायदा तो यह होता है कि इससे आपको अपनी लिखी गई बातों को समझने में ज्यादा समय नहीं लगता है व दूसरा जब आप लिखते हैं तो आपका दिमाग भी उसको पढ़ता है जिससे आपकी उस चीज़ को याद रखने की क्षमता बढ़ जाती है। इसलिए बेहतर है कि आप अपने नोट्स स्वयं बनाएं व उनको याद करने का प्रयास करें।
यह उपाय बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। इसके लिए आप पिछले 10 वर्षों के पेपर की एक अच्छी पुस्तक खरीद कर ले आए व उन प्रश्नों को बार-बार हल करें। इसके लिए आप हर एक दिन एक प्रश्न पत्र को टाइमर लगाकर शुरू करें व उसको देखे कि उस पूरे प्रश्नपत्र को हल करने में आपको कितना समय लगा।
हर दिन इस प्रयास को दोहराए और देखिए कि आप दिन-प्रतिदिन कितना सुधार कर रहे हो। लगातार प्रश्न पत्रों को हल करने से पहले फायदा तो यह होगा कि आपको यूजीसी नेट में आने वाले प्रश्नों के बारे में सही जानकारी हो जाएगी जिससे आप जब स्वयं परीक्षा देंगी तो आप पूरी तरह से तैयार होंगी व दूसरा फायदा यह होगा कि आपकी प्रश्नों को हल करने की गति भी बढ़ेगी जिससे आपको परीक्षा देते समय असहज महसूस नहीं होगा।
जब आपके पास परीक्षा का पत्र आता है तब अक्सर आप इस दुविधा में पड़ जाते हैं कि आप पहले किस प्रश्न पत्र का हल करें या फिर प्रश्न पत्र में किस विषय पर पहले हल करें। इसके लिए हमारा सुझाव है कि आप प्रश्न पत्र में पहले उन विषयों को चुने जो आपके लिए सरल हो व जो आपके पसंदीदा हो।
ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि क्योंकि अगर आप प्रश्न पत्र हल करते समय पहले अपने लिए कठिन विषय को चुनेंगे तो इससे आपका मनोबल गिरेगा व इसमें आपका समय भी ज्यादा लगेगा। अगर आप बाद में अपने पसंदीदा विषय करेंगे तो उस समय तक आपका मनोबल कम हो चुका होगा व घबराहट में उन प्रश्नों में भी आपसे गलती करने की संभावना बढ़ जाएगी।
आवश्यकता है कि आपको अपनी गति के साथ-साथ समय का भी उचित संतुलन बनाकर चलना है क्योंकि यह सब खेल ही गति और समय के संतुलन का है। इसमें आपको 100 प्रतिशत अंक नही लाने होते है बल्कि कट ऑफ मार्क्स लाने होते हैं। इसलिए आप पहले से ही अपनी गति व समय को संतुलित मात्रा में बनाकर चलें ताकि आप दिए गए समय में ज्यादा से ज्यादा प्रश्नों का सही हल कर सके।
कई परीक्षार्थी इस चीज पर ध्यान नहीं देते हैं और इस परीक्षा में उत्तीर्ण रहने से रह जाते हैं। इसके लिए आपको अपनी गति व समय के संतुलन के साथ-साथ सटीकता पर भी ध्यान देने की उतनी ही आवश्यकता है। कई बार हम जल्दबाजी में प्रश्नों को जल्दी हल करने का सोचते हैं और उसी चक्कर में गलत उत्तर लिख देते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि आपको लगता है कि आपने ज्यादा से ज्यादा प्रश्नों का हल किया है लेकिन कैसा लगे अगर उसमें से आधे प्रश्नों का उत्तर ही आपने गलत लिखा हो।
इसलिए आप इस बात का प्रमुखता से ध्यान रखें कि प्रश्नों को हल जल्दबाजी में ना करे। उनके गलत होने की संभावना बहुत कम हो क्योंकि गलत चुना हुआ उत्तर आपको उस परीक्षा से पीछे धकेलने का उतना ही बड़ा कारण बनेगा।
यह बात आपको थोड़ी अटपटी लगेगी लेकिन यह बात भी उतनी ही जरूरी है। जैसा कि हमने कहा कि आपको परीक्षा की तैयारी 6 महीने पहले से ही शुरु कर देनी चाहिए लेकिन अगर इस दौरान आप सिर्फ अपना पूरा ध्यान परीक्षा पर ही दे रही है व दिन-रात परीक्षा की तैयारी ही कर रही है तो यह बिल्कुल गलत है।
आपको अपने दिमाग को बीच-बीच में फ्रेश करने की भी आवश्यकता है। उसके लिए आवश्यक है कि आप संगीत को सुनें, सुबह की सैर पर जाये, योगा करें, व्यायाम करे, अपने दोस्तों से सहपाठियों से बातें करें, बाहर घूमने जाए। आप अपने जीवन में सभी का संतुलन बनाकर चलें। इससे आपके दिमाग को तरोताजा महसूस होगा व आप और जल्दी परीक्षा की तैयार कर पाएंगे।
कई महिलाएं यह सोच लेती है कि इस परीक्षा में इतने परीक्षार्थी बैठते हैं और उनके मुकाबले सीट्स इतनी कम होती है और मैं उसका मुकाबला कैसे कर पाऊंगी तो आपको इस बात पर ध्यान या सोचने की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं है।
आप अपने आप पर यकीन रखें। अगर आप अपने जीवन में ऊपर दी गयी बातों का संतुलन बना कर चलेंगी व अच्छे से परीक्षा की तैयारी करेंगी, परीक्षा देते समय सभी प्रश्नों का उत्तर उचित समय में देंगी तो आप भी इस परीक्षा में उत्तीर्ण कर सकती है।
इसलिए सबसे महत्वपूर्ण है कि परीक्षा देने के लिए व परीक्षा देते समय आपका अपने आप पर पूर्ण भरोसा रखना अत्यंत आवश्यक है। अगर आप भरोसा नहीं रखेंगी तो आपके उत्तीर्ण होने की संभावना न के बराबर हो जाती हैं।
अंत में हम आपको यूजीसी नेट की परीक्षा की तैयारी के लिए आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देना चाहते हैं। अगर आपको यह लेख पसंद आया व अगर आपके पास अन्य महिलाओं के लिए कोई और सुझाव या विचार है तो नीचे टिप्पणी करना बिल्कुल ना भूलें। इसे अपनि अन्य महिला दोस्तों के साथ भी अवश्य साझा करें। आपको यूजीसी नेट की परीक्षा के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
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