सुरभि ने अभी कॉलेज की पढाई पूरी की है। वह नौकरी करना चाहती है लेकिन उसे यह नहीं पता है कि नौकरी के लिए कहां-कहां जाना चाहिए और इसके लिए किस तरह की प्लानिंग की आवश्यकता है। नौकरी ढूंढने जैसा शब्द जितना आसान लगता है, उतना आसान नहीं है बल्कि कई मायनो में मुश्किल जरूर है। लेकिन अगर आप नौकरी ढूंढने कि पहली सीढ़ी यानी रिज्यूमे (Resume kaise banaye) को सही तरह से बना लेती हैं तो आपकी यह समस्या काफी हद तक दूर हो जायेगी।
अपनी इसी समस्या को दूर करने के लिए सुरभि अपने शिक्षक के पास मदद के लिए जाती है जो उसे रिज्यूमे बनाने का मुख्य फंडा (Resume Format) बताते हैं। एक अच्छे रिज्यूमे को बनाने के लिए परेशान होने की बजाय समझदारी से काम लेना चाहिए। यदि आपके पास सही रिज्यूमे हो तो नौकरी के लिए ऑफिस वालों पर आपका अच्छा असर पड़ेगा। फोन पर रिज्यूमे कैसे बनाये (Phone me Resume kaise banaye) या कंप्यूटर पर रिज्यूमे कैसे बनाये (Computer par Resume kaise banaye), यह भी लोगों की चिंता रहती हैं।
इसके लिए आपको सबसे पहले यह समझने कि आवश्यकता है कि रिज्यूमे सिर्फ इस बात के लिए नहीं बनाया जाता कि आपके पास क्या है और क्या नहीं है। अमूमन लोगों की यही सोच रहती है कि रिज्यूमे इसी बात के लिए बनाया जाता है जो कि सही नहीं है। रिज्यूमे आपको इंट्रोड्यूस करने के लिए बनाया जाता है और आपको यह बताने के लिए प्लेटफॉर्म देता है कि आप असल में क्या हैं। इंटरव्यू के दौरान या बातचीत के दौरान नौकरी देने वालों को इससे मदद मिलती है।
रिज्यूमे बनाते समय आपको तार्किक ढंग से सोचना चाहिए और उन क्षेत्र को हाईलाइट करना चाहिए जिनमें आप एक्सपर्ट हैं। आपकी स्किल्स को बताने वाले अनुभव रिज्यूमे के पन्ने पर होने चाहिए, साथ ही वे हॉबीज भी, जो आप असल में दिखाना चाहते हैं। रिक्रूटर के पास इतने रिज्यूमे (Proper Resume) आते हैं कि आपके रिज्यूमे में जब तक कुछ अलग नहीं दिखेगा, वह आपको नौकरी के लिए फोन तक नहीं करेगा।
इसलिए अपना रिज्यूमे बनाते समय आपको ऐसा कुछ करना होगा जिससे कि वह आपको फोन करने के लिए बाध्य हो। सुरभि के टीचर ने सुरभि को रिज्यूमे बनाने के ये कुछ बेसिक फंडा बताएं:
अपने रिज्यूमे पर दोनों ओर एक इंच मार्जिन जरूर छोड़ें और विभिन्न सेक्शन के बीच खाली जगह भी ताकि रिज्यूमे पर लिखीं चीजें अलग-अलग दिखें। फॉण्ट हमेशा सिंपल होने चाहिए। फॉण्ट का साइज 12 से 13 के बीच ही होना चाहिए।
अपने बारे में वह सब लिखें जो आपको लगता हो कि रिक्रूटर जान कर आपको नौकरी के लिए बुलाएगा। ऐसा लिखें जिससे आपकी नौकरी करने की खूबियां निखर कर सामने आएं। इसके लिए अगर आपको समय लग रहा है तो पूरा समय दें लेकिन सोच कर लिखें। बेहतर तो होगा कि आप पहले अपनी खूबियों को अलग कागज पर लिख लें और फिर उसमें से चीजों को छांट कर रिज्यूमे के लिए रेडी करें।
जब भी आप किसी संभावित एम्प्लॉयर के पास जाते हैं तो आपका रिज्यूमे आपकी पहचान की तरह दिखना चाहिए। इसलिए यह सुनिश्चित कीजिये कि आप इसे छोटा रखने के साथ ही इन्फॉर्मेशन वाला रखें। अपने स्कूल के कैप्टन आप रह चुके हैं, यह बताने की बजाय यह बताएं कि आपमें लीडरशिप गुण हैं। इस तरह से इंटरव्यू लेने वाले को आपसे बात करने का मौका मिलेगा। इसी समय आप अपनी लीडरशिप वाली गुण के बारे में खुलकर बता सकती हैं।
जब भी आप एक रिज्यूमे बना रही होती हैं, सारे खूबसूरत शब्दों को लिखने से बचें। रिज्यूमे हमेशा सीधा और बिना घुमे-फिरे शब्दों का होना चाहिए। और हां, सुनिश्चित यह भी करें कि रिज्यूमे की भाषा समझने लायक, रुचिकर और छोटी हो। लंबी लाइन्स संभावित रिक्रूटर्स की रूचि को खत्म कर देती हैं। अच्छी भाषा का इस्तेमाल करें लेकिन उतनी ही जितनी कि रिक्रूटर्स को गूगल करने की आवश्यकता महसूस न हो।
अपने रिज्यूमे को सही तरह से फॉर्मेट करके प्रिंट करवाएं। कई बार सही उम्मीदवार भी मौका पाने से चूक जाते हैं क्यूंकि उनकी फॉर्मेटिंग सही तरीके से नहीं होती है। सुनिश्चित करे कि आपने अपने रिज्यूमे में सही जगह पर स्पेस दिया हो, मार्जिन सही हो और फॉण्ट भी। बहुत छोटे फॉण्ट अच्छे नहीं बल्कि अजीब दिखते हैं और इन्हें पढ़ने से आँखों पर जोर पड़ता है। बहुत बड़े फॉण्ट भी अजीबोगरीब दिखते हैं। रिज्यूमे की फॉर्मेटिंग साफ होनी चाहिए। अतिरिक्त मार्जिन्स न हो, रंग-बिरंगे न हों और बड़े शब्द न हों। मार्जिन इवन हो और सेक्शनल हेडिंग भी। रिज्यूमे का प्रोफेशनल दिखना बेहद जरूरी है। हेवी फॉर्मेटिंग से प्रोफेशनल लुक खत्म हो जाता है।
यदि आपको रेफरल चाहिए तो अपने जान-पहचान वालों से पूछें। अपने टीचर या अपने सीनियर से। हो सकता है कोई तैयार हो जाएँ और कुछ न भी हों। यदि आप नौकरी के क्षेत्र में नयी हैं तो यह न सोचें कि आपको कौन रेफर करेगा, सोचें कि आपने कॉलेज में क्या अच्छा किया था और अपने सीनियर्स से रेफरल के बारे में पूछें।
यह आपके रिज्यूमे का महत्वपूर्ण हिस्सा है। जब आप इसे सही तरीके से प्रेजेंट करेंगी तो यह आपके रिज्यूमे को आगे बढाता है। इसका मतलब यह भी नहीं है कि आप अपने सारे मजबूत गुण यहाँ लिख दें। सीधे तौर पर अपने उन गुणों के बारे में लिखें जैसे कि आप टीम बनाने में माहिर हैं, टीम को अच्छी तरह से चला भी सकती हैं, कुछ इस तरह से की आपका अनुभव इसमें दिखे।
आपने कॉलेज में जो अतिरिक्त काम किया था, उसे भी शुरूआती दौर में रिज्यूमे में डाला जा सकता है, बल्कि डालना ही चाहिए। आप जिन सोसाइटी का हिस्सा रहे हैं, उनके बारे में बता सकते हैं, जो प्राईज जीता है, उसके बारे में लिख सकती हैं। चैरिटी फायर से लेकर इवेंट, जिनका आप हिस्सा रह चुके हैं, वह सब लिखें। इन सबके बारे में आपको ठीक से पता रहना चाहिए, रिक्रूटर कुछ भी पूछ सकता है।
अपनी विशेषताओं को सबसे ऊपर लिखें। इनके बारे मे सही तरीके से बताएं। जहाँ आवश्यकता हो, वहां बोल्ड करे। सिर्फ यह बताना कि आपने एमबीए किया है, काफी नहीं होगा। अपनी विशेषता पर जोर दें। आपने एमबीए में क्या किया, आपकी विशेषता क्या रही, इस पर फोकस करें।
एक रिज्यूमे में यह हिस्सा पॉजिटिव फर्क भी ला सकता है और निगेटिव भी। इसलिए इसके बारे में सोच-समझकर लिखें। अधिकतर उम्मीदवार कंप्यूटर प्रोग्रामिंग जैसा रैंडम स्टफ लिख देते हैं, जो बहुत विस्तृत है। इसकी जगह पर यदि आप उन छोटे प्रोजेक्ट्स के बारे में लिखें, जो आपने पूरे किये हैं तो वह ज्यादा अच्छा और प्रभावी होगा। अपनी भाषा की काबिलियत के बारे में भी सही तरह से लिखें। इस तरह से सामने वाले पर यह असर पड़ेगा कि आप मल्टी-टास्कर हैं। लेकिन सुनिश्चित यह करें कि यह सब बहुत लंबा भी न हो।
इंटरनेट के कई लाभ हैं तो कुछ खराब चीजें भी हैं। आपको यहाँ कई टेम्पलेट्स मिल जायेंगे, जिसमें कई आईडियाज भी होते हैं। हो सकता है कि आपको वे अच्छे लगें लेकिन सब आपके काम नहीं आ सकते हैं। इतनी तरह के रिज्यूमे को देखकर हो सकता है कि आप कन्फ्यूज हो जाएँ और उन सबको अपने रिज्यूमे में शामिल करना चाहें। यह सबसे खराब विचार है अपने रिज्यूमे को बनाने का। यह याद रखिये कि रिक्रूटर मुर्ख नहीं हैं। वे जहाँ बैठे हैं, उन्हें सब कुछ पता होता है।
रिज्यूमे बनाते समय कुछ खास चीज़े उसमें नहीं होनी चाहिए। पर्सनल डिटेल जैसे घर का पता और फोटो तो बिलकुल नहीं होनी चाहिए। इन्टरनेट के इस दौर में यह सब फिजूल है। यदि एक रिक्रूटर को कुछ भी देखना होगा तो वह एक क्लिक की मदद से सोशल मीडिया का सहारा ले सकता है। इसके अलावा, इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके रिज्यूमे में आपने अपनी जो ईमेल आईडी लिखी है, वह प्रोफेशनल दिखनी चाहिए। कुछ लोग कूल जैसे शब्द अपनी ईमेल आईडी में डाल देते हैं, यह बिल्कुल भी अच्छा नहीं दिखता है।
सुनिश्चित करें कि आपकी ईमेल आईडी में कुछ भी अनप्रोफेशनल या इधर-उधर का नहीं होना चाहिए। अपने रिज्यूमे के साथ कवर लेटर अवश्य अटैच करें। और अपनी जॉब की ऐप्लिकाशन के हिसाब से अपने रिज्यूमे को थोडा बहुत कस्टमाइज अवश्य करना चाहिए। कई लोग काबिलियत होते हुए भी नौकरी का अवसर गंवा देते हैं क्योंकि वे अपने रिज्यूमे में हेड लाइन लिखना भूल जाते हैं।
नौकरी के लिए सही रिज्यूमे बनाना कोई बड़ी बात नहीं है, बस इसके लिए कुछ हां और कुछ ना हैं। सही भाषा और सही चीजें अपने रिज्यूमे में जोड़कर आप भी अपने सपनों की नौकरी को पा सकती हैं।
इन्हें भी पढ़ें: