पहले के समय में लोग केवल शारीरिक बीमारी या अक्षमता को ही बीमारी समझते (Psychology me career kaise banaye) थे लेकिन आज लोगों को यह पता लगने लगा है कि मानसिक बीमारी भी बहुत बड़ी चीज़ होती है जिसके बारे में बहुत लोग अनसुना कर देते हैं या इसे पागलपन से जोड़ लेते हैं। ऐसे में वर्तमान समय में साइकोलोजिस्ट डॉक्टर की माँग बहुत तेजी के साथ बढ़ रही (Psychology career options in Hindi) है और भविष्य में यह उभरता हुआ करियर विकल्प है।
आज के समय में लोग तरह तरह के मानसिक दबाव या तनाव से गुजर रहे होते हैं और उस समय उन्हें किसी अच्छे साइकोलोजिस्ट की ही जरुरत होती (Psychology course in Hindi) है। साइकोलोजिस्ट को हम हिंदी में मनोचिकित्सक कह सकते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि यदि आपको भी साइकोलोजिस्ट बनना है तो उसके लिए आपको क्या करना होगा? तो साइकोलोजिस्ट बनने के लिए हर किसी को साइकोलॉजी की पढ़ाई करनी होती है जिसके बारे में आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बतायेंगे।
बहुत से लोगों को आज भी इसके बारे में नहीं पता होगा कि साइकोलोजिस्ट भी डॉक्टर की ही भूमिका निभाते हैं। हालाँकि अभी भी लोग उन डॉक्टर को ही महत्वपूर्ण मानते हैं जो हमारा शरीरिक इलाज करते हैं लेकिन धीरे धीरे लोगों को साइकोलोजिस्ट डॉक्टर की भूमिका भी समझ में आने लगी है। अब यदि किसी को साइकोलोजिस्ट बनना है तो इसके लिए उसे साइकोलॉजी की पढ़ाई करनी होती है।
अब आप तो यह जानते ही होंगे कि जैसे हर कोई डॉक्टर नहीं बन सकता (Psychology me kya padhna hota hai) है और इसके लिए व्यक्ति को बहुत ज्यादा मेहनत करनी होती है और इसी के साथ ही उसके अंदर कुछ अलग तरह के कौशल का होना बहुत ही आवश्यक होता है। तो यदि आपको साइकोलोजिस्ट बनना है तो उस पर भी यह नियम लागू होते हैं। आइये जाने इनके बारे में।
अब यदि किसी व्यक्ति को बेहतर साइकोलोजिस्ट बनना है तो इसके लिए उसके अंदर सभी तरह की जरुरी स्किल्स का होना बहुत ही ज्यादा जरुरी हो जाता है। इन स्किल्स में कई तरह चीजें आती है, जिनमे से कुछ मुख्य इस प्रकार है:
बातचीत करने का तरीका
लोगों को हैंडल करने का तरीका
लोगों के चेहरे पढ़ना
लोगों के हाव भाव समझ कर स्थिति का पता लगाना
अलग अलग स्वभाव के लोगों को उनके अनुसार हैंडल करना
समय का प्रबंधन करना
सतर्क रहना इत्यदि।
अब यह सभी स्किल्स आपके अंदर है तो आप अवश्य ही साइकोलॉजी में अपना करियर बनाने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। यदि किसी चीज़ की कमी है तो आप आज से ही उसमें सुधार करना शुरू कर सकते हैं।
अब आपको यह जान लेना चाहिए कि यदि साइकोलॉजी में करियर बनाना है तो इसके लिए उसमें कोर्स किया जाना बहुत ही ज्यादा जरुरी हो जाता है। ऐसे में आपको कई तरह के ऑफलाइन व ऑनलाइन कोर्स मिल जाएंगे जहाँ से आप साइकोलॉजी में पढ़ाई कर सकते हैं। आज के समय में लगभग हर बड़े कॉलेज और यूनिवर्सिटी में साइकोलॉजी के कोर्स करवाने की सुविधा उपलब्ध है।
यदि आप घर बैठे ही साइकोलॉजी का कोर्स करना चाहते हैं तो इसके लिए विश्व प्रसिद्ध कंपनी ग्लो एंड लवली के द्वारा विश्व की हरेक महिला के लिए बहुत ही बेहतर विकल्प दिया गया है। आपको बस इस लिंक पर क्लिक करना है और वहां आपको साइकोलॉजी सहित कई अन्य विषयों में तरह तरह के कोर्स मिल जाएंगे। इनकी सबसे बढ़िया बात यह है कि इसके लिए आपको ना तो कोर्स की फीस देनी है और इसे आप अपने टाइम मैनेजमेंट के अनुसार कर सकती हैं।
अब बात करते हैं साइकोलॉजी में की जा सकने वाली डिग्री के बारे में। तो आपको जानकर आश्चर्य होगा कि आप साइकोलॉजी में डिप्लोमा से लेकर मास्टर्स तक की डिग्री कर सकते हैं। अब लोगों के दिमाग से खेलना कोई आसान काम थोड़ी ना होता है। ऐसे में आप जितनी बड़ी डिग्री करेंगे, आपके साइकोलोजिस्ट के रूप में सफल होने की संभावना और ज्यादा बढ़ जाएगी। ऐसे में आप साइकोलॉजी में निम्नलिखित डिग्री ले सकते हैं:
Diploma in Psychology
BA Psychology,
BSc Cognitive Science,
BSc Health Behavior Science,
BSc Psychology, BSc Business Psychology,
BSc Forensic Psychology,
BSc Criminology and Psychology,
BSc Social Psychology,
BA Developmental Studies
MA Psychology, MSc Psychology,
MSc Organisational Psychology,
MSc Clinical Psychology,
Master of Psychology,
MA Counselling Psychology,
MSc Behavioral Science,
MSc Developmental Psychopathology
अब हम आपको बता देते हैं कि साइकोलॉजी में आपको क्या कुछ पढ़ाया जा सकता है या क्या कुछ सिखाया जाता है। तो इसमें कई तरह की चीज़ों और technique के बारे में पढ़ाया और सिखाया जाता है। उदाहरण के तौर पर आपको लोगों के दिमाग को पढ़ना या माइंड रीडिंग करना सिखाया जाता है। उन्हें किस तरह से हैंडल करना है या कोई अजीब व्यवहार करे तो फिर उसे किस तरह से मैनेज करना है इत्यादि सिखाया जाता है।
इतना ही नहीं, आपको यह भी सिखाया जाता है कि लोगों को उनकी स्थिति के अनुसार किस तरह से ट्रीट किया जाए और उसका क्या हल निकाला जाए। साइकोलोजिस्ट का सबसे बड़ा काम ही यही होता है कि वह लोगों को उनकी जगह या उनकी सोच के अनुसार परखे, उनकी स्थिति को समझे, उन्हें सुने, उनका एनालाइज करे और फिर अपनी समझ के अनुसार उस समस्या को हल करे। ऐसे में आपको भी यही सब सिखाया जाएगा और इसके लिए अलग अलग तरह के कोर्स और विषय होंगे।
अब आप सोच रहे होंगे कि जब आप साइकोलॉजी की डिग्री ले लेते हैं या उसका कोर्स कर लेते हैं तो उसमें आप किन किन चीजों में अपना करियर बना सकते हैं या आपके लिए क्या कुछ करियर विकल्प होंगे। तो आइये हम आपके सामने कुछ प्रसिद्ध करियर विकल्प रख देते हैं जो साइकोलॉजी की डिग्री करने वाले अपनाते हैं:
साइकोलोजिस्ट डॉक्टर
थेरेपिस्ट
काउंसलर
माइंड रीडर
भविष्यवक्ता
एस्ट्रोलॉजर
सोशल वर्कर इत्यादि।
इस तरह से आप कई तरह के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं और लोगों की सहायता कर सकते हैं। यदि आपको साइकोलॉजी में कोर्स करने के बाद या उसमे डिग्री लेने के बाद काम करने में दिक्कत आ रही है तो आप स्वयं का टेस्ट भी ले सकते हैं और यह जान सकते हैं कि आपको अभी किस चीज़ में और ज्यादा परिश्रम करने की जरुरत है।
इसके लिए आपको ग्लो एंड लवली की वेबसाइट पर जाना होगा और उसके लिए इस लिंक पर क्लिक करना होगा। इस लिंक पर क्लिक करके आपको साइकोलॉजी से जुड़े टेस्ट मिल जाएंगे जिन्हें देखकर आप खुद का परिक्षण कर सकते हैं। इससे आपको बेहतर साइकोलोजिस्ट बनने में बहुत मदद मिलेगी।