स्टोरी| ‘मैंने हमेशा से माना था कि मुझे आर्थिक तौर पर खुद के पैरों पर खड़े रहना है. जिंदगी में कितने भी उतार-चढ़ाव हों पर मैं पैसों के लिए किसी और पर निर्भर नहीं होना चाहती थी. पर मां बनी तो नौकरी छोड़नी पड़ी. ‘अब क्या करूं’ सोचते हुए काफी लंबा समय निकला गया. फिर कुछ करने का आईडिया तब आया, जब पति का ट्रान्सफर सूरत हुआ. कपड़ों का इतना बड़ा मार्केट कि पूरी दुनिया को कपड़े सप्लाई होते थे. सोचा मैं भी इसका छोटा सा हिस्सा बन जाती हूं. कहीं जाना भी नहीं था. घर से काम शुरू किया.पहले अपने होमटाउन के लोगों के साथ बिजनेस शुरू किया. फिर ऑनलाइन शोपिंग शुरू की. बच्चे को देखते हुए अब मेरा कपड़ों की सप्लाई का बिजनेस बहुत अच्छा चल रहा है. अब तो देश में कहीं भी रहूं, ये बिजनेस चलता रहेगा.’
वोर्किंग वीमेन, हाउस वाइफ और फिर बिजनेस वीमेन बनने की ये कहानी 30 साल की संध्या गुप्ता की है. जो ऐसा बिजनेस कर रही हैं, जिसे घर से ही चलाया जा सकता है.ये वो बिजेनस आईडिया है, जिससे सिर्फ संध्या नहीं बल्कि उन जैसी ढेरों महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हैं. मतलब संध्या जैसी ढेरों और कहानियां हैं, जो महिलाओं की पहचान कहती हैं. आप भी बिजनेस वीमेन बनने के सपने देख रही हैं तो आपको भी बिजनेस के किसी एक रंग को चुनना होगा. आपके पास विकल्प कौन-कौन से हैं, आइए जानें-
आपके पास अपनी फील्ड का लम्बा अनुभव है. पर अब पारिवारिक कारणों से आप नौकरी नहीं कर पा रही हैं तो ऐसी कई फिल्ड हैं, जिनमें फ्रीलांस करते हुए भी काम किया जा सकता है. फिर चाहे आपके पास आईटी के क्षेत्र का निभाव हो या ह्यूमन रिसोर्स का. भले आपने ग्राफ़िक डिज़ाइनर रही हों या फिर राइटर. इन सारे फिल्ड में फ्रीलांस काम करते हुए नाम और पैसा दोनों कमा सकती हैं. इनमें कई दफा बड़े प्रोजेक्ट भी मिलते हैं, जिनके लिए आपको अपनी पूरी टीम बनानी पड़ती है, ताकि समय पर और अच्छे से काम पूरा किया जा सके. इस तरह खुद अपने काम की शुरुआत की जा सकती है.
कपड़ों का बिजनेस एक ऐसा आईडिया है,जिसे कहीं भी रह कर शुरू किया जा सकता है.वो बिना घर के कामों को छोड़े हुए ही. इसकी शुरुआत घर के ही किसी हिस्से से की जा सकती है. और कपड़ों की खरीदारी शहर के ही थोक मार्किट से शुरू करना सबसे आसान रहता है. बाकि आपके प्रोडक्ट लोग खरीदें, इसके लिए जरूरी है कि आपने ही आस-पड़ोस में माउथपब्लिसिटी करें. शुरुआत मोहल्ले से करते हुए नाते-रिश्तेदारों को भी अपने ग्राहकों में शामिल कीजिए.जब आप इस बिजनेस से कुछ पूंजी जमा कर लें, तब देश के बड़े कपड़ा मार्केट से थोक खरीदारी करना शुरू करें. चाहें तो बिजनेस के लिए अलग शोरूम भी खोल सकती हैं. ऑनलाइन शोपिंग, व्हाट्स एप ग्रुप के इस दौर में अब ये बिजनेस एक तरह से सफलता की गारंटी माना जा सकता है.
आपको पूरे खानदान में बेस्ट कुक माना जाता है. आप जब खाना पकाती हैं तो खुशबू पूरे मोहल्ले में फ़ैल जाती है. तो मान लीजिए आपके हाथों में ही आपका बिजनेस आईडिया भी है. आप टिफिन सर्विस शुरू कर सकती हैं. बस अब खाना पहले से ज्यादा मात्रा में बनाना होगा. और आपने आस-पास ऐसे लोग भी ढूंढने होंगे जो खुद खाना बनाने में सक्षम नहीं हैं. घर से दूर रह रहे हैं या फिर बीमारी की वजह खाना नहीं बना पाते हैं. ऐसे लोगों को आपके हाथ के खाने की सख्त जरूरत होगी. शुरुआत आस-पास के लोगों से ही कीजिए. टिफिन की कीमत कम से कम 50 रुपए हो सकती है. जबकि इसकी लागत आपको इससे कहीं कम पड़ेगी. इस तरह से बिजनेस फायदे का तो है ही, आप लोगों को खाना खिलाएंगी, इसलिए ये काम आपके दिल को सुकून भी देगा.
आपके हाथों में स्वाद का जादू है तो आप सिर्फ सिर्फ खाना बनाकर खिला ही नहीं सकती हैं. बल्कि सिखा भी सकती हैं. इसके लिए पहले तो लोगों को बताना शुरू कीजिए कि आप ये काम शुरू करना कहती हैं. फिर सोशल मीडिया पर अपने इस बिजनेस की पब्लिसिटी शुरू कीजिए. कुकिंग क्लासेज ऐसा इंस्टिट्यूट है, जो ना ही बहुत जायदा होते हैं और ना ही आसानी से मिलते हैं. आप खुद अपने एरिया के आस—पास देखेंगी तो ऐसी क्लास आसानी नहीं मिलेंगी. इस बात का आप पूरा फायदा आप उठा सकती हैं. और ये काम आपके अपने किचेन से भी शुरू हो सकता है. शुरुआत में प्रति डिश के हिसाब से चार्ज कीजिए. बाद में कूजीन के हिसाब से भी फीस तय की जा सकती है.
आप किसी विदेशी भाषा की जानकार हैं. पर फ़िलहाल किसी कॉलेज में पढ़ाने जाना आपके बस की बात नहीं है तो अपने ज्ञान को यूं बेकार ना जाने दीजिए. नई भाषा सीखने के शौकीन कई लोग होते हैं. आप क्योंकि कोई आधिकारिक डिप्लोमा तो नहीं दे पाएंगी.इसलिए आपके पास वो ही लोग आएंगे, जो सिर्फ सीखने का शौक रखते हैं. एक छोटी फीस से इसकी शुरुआत कर ही सकती है.
मोमबत्ती बनाने का तरीका कोई बहुत कठिन नहीं होता है. इसे बहुत मामूली संसाधनों में शुरू किया जा सकता है.पर हां, इसमें आपको अपनी क्रिएटिविटी का पूरा इस्तेमाल करते हुए मोमबत्ती को ही अलग और हटकर लुक देना होगा. इसके लिए यूट्यूब पर ढेरों वीडियो हैं, जिन्हें देख कैंडल मेकिंग से जुड़े आईडिया सीखे जा सकते हैं. इसके बाद इनके लिए ग्राहक ढूंढने का काम पहले तो माउथ पब्लिसिटी से पूरा किया जा सकता है, फिर सोशल मीडिया इसमें आपका खूब साथ देगा. पहले तो आपने फेसबुक प्रोफाइल पर कैंडल की तस्वीर डाल कर ही लोगों को इसके बारे में बता सकती हैं. फिर तरह-तरह के ग्रुप भी इसमें आपकी पूरी मदद करेंगे. व्हाट्स एप ग्रुप बनाकर भी आप इसके ग्राहक ढूंढ सकती हैं.
आजकल सोशल मीडिया बिजनेस बढ़ाने का अच्छा साधन बन चुके हैं. यूट्यूब पर अपने हुनर से जुड़े वीडियो अपलोड करके भी लोग आमदनी कर रहे हैं. खासतौर पर आप कुछ सिखाने की कला जानते हैं तो ये वीडियो लोग काफी पसंद करते हैं. जबकि कुछ बेचने के लिए बाकि सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ट्विटर और फेसबुक काफी काम आते हैं. इन सभी प्लेटफ़ॉर्म पर आमदनी लाइक और शेयर के माध्यम से ही होती है. इसलिए कुछ ऐसा करना होता है कि लोग आपका लिंक खोलें जरूर, शेयर करें और लाइक भी.
लेखिका -
चयनिका निगम- पिछले 12 साल से लिखते-लिखते अब लिखना जिंदगी हो गया है. कभी सामाजिक मुद्दे तो कभी फैशन, कभी लाइफस्टाइल तो कभी खान-पान और कभी मेडिकल तो करियर भी. एंगल कोई भी हो लिखने के लिए हम बिलकुल तैयार हैं. देश के बड़े अख़बारों में आर्टिकल छपते हैं. पत्रकारिता के पहले 6 साल रिपोर्टिंग में शहर का चप्पा-चप्पा खंगालते हुए गुजारे हैं. पिछले पांच सालों से फुलटाइम मां का रोल निभाने के साथ फ्रीलान्स के जरिए अपना लिखने का शौक पूरा कर रही हूं. इस बीच पत्नी और हाउस वाइफ वाले रोल की तिकड़म लड़ाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी है. लिखने के अलावा खाना खाने और घूमने का शौक रग-रग में बसा हुआ है.