पथरी जिसे स्टोन भी कहते हैं, इसका दर्द बहुत ही भयानक और असहनीय होता (Kidney Ki Pathri Nikalne Ka Tarika) है। किडनी स्टोन को सबसे दर्दनाक चिकित्सक अवस्था में से एक माना जाता है। वैसे तो किडनी स्टोन के बहुत सारे कारण हो सकते हैं परंतु इसमें सबसे महत्वपूर्ण आज के खान-पान को माना जाता है।
आजकल किडनी स्टोन की समस्या एक आम समस्या हो गई है। वैसे तो यह कोई परेशानी नहीं देती परंतु जब इसका दर्द उठता है तो यह बर्दाश्त से बाहर हो जाता है। आमतौर पर यह पथरी मूत्र के रास्ते से बाहर निकल जाती है। परंतु यह उन लोगों को ज्यादा परेशान करती है जिनकी किडनी में यह पथरी आकार में बड़ी हो जाती है या जो मूत्राशय की नली में फंस जाती है। फिर यह मूत्र नली के आसपास के अंगों में बहुत दर्द करती है।
इससे छुटकारा पाने के लिए लोग कई तरह के घरेलू उपाय अपनाते (Gurde Ki Pathri Ka Ilaaj) हैं। तो आइए जानते हैं आज किडनी स्टोन के बारे में पूरी जानकारी जो इस प्रकार है।
किडनी स्टोन यानी पथरी एक ऐसा छोटे आकार का पत्थर होता है जो कैल्शियम, नमक, मिनरल्स और अन्य क्षारीय तत्वों के मिलने से बड़े कठोर पत्थर के रूप में बन जाता है और फिर यह मूत्राशय नली में फंस कर दर्द करता है। पथरी के कई प्रकार होते हैं। कोई पथरी छोटी होती है तो कोई बड़ी और कोई सख्त होती है। छोटी पथरी तो मूत्र के द्वार से आसानी से निकल जाती है परंतु बड़ी पथरी बहुत तकलीफदेह होती है।
ऐसा माना जाता कि भारत की कुल आबादी में से 12% आबादी को मूत्राशय की पथरी होने की संभावना है जिनसे आधे लोगों की किडनी को काफी हानि पहुंची है। उत्तर भारत में जनसंख्या का 15% भाग किडनी की पथरी की समस्या से परेशान है परंतु दक्षिण भारत के लोग इस समस्या से कम परेशान है। महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के लोग किडनी की पथरी से ज्यादा परेशान है।
कैलशियम स्टोन किडनी के स्टोन का सबसे आम प्रकार माना जाता है। कैल्शियम स्टोन ऑक्सलेट, फास्फेट और मैलेट से मिलकर बनती है। जो कैल्शियम आपकी मांसपेशियां और हड्डियां इस्तेमाल नहीं करती है वह मूत्र द्वार के द्वारा बाहर निकल जाता है परंतु अगर यह बाहर नहीं निकल पाता है तो यह कैल्शियम अन्य तत्वों से मिलकर पथरी का रूप धारण कर लेता है। इस किडनी स्टोन से बचने के लिए आपको ऑक्सलेट युक्त खाद्य पदार्थ जैसे आलू के चिप्स, चुकंदर, पालक, चॉकलेट, मूंगफली आदि का कम सेवन करना चाहिए।
यह पथरी महिलाओं के बजाय पुरुषों में ज्यादा पाई जाती है। यह पथरी उन लोगों में ज्यादा पाई जाती है जो गाउट की समस्या या कीमोथेरेपी की समस्या से पीड़ित हो। यूरिक एसिड स्टोन का होना तब संभव होता है जब यूरिन में एसिड की मात्रा बहुत ज्यादा हो जाती है। अगर आप प्यूरीन से समृद्ध आहार का सेवन करते हैं तो आपकी मूत्र में एसिड का स्तर बढ़ जाता है और यह प्यूरीन एक ऐसा बेरंग पदार्थ है जो पशु प्रोटीन में ज्यादा मौजूद होता है जैसे मछली, सेलफिश या मांस।
यह किडनी स्टोन उन महिला में ज्यादा होती है जिनके मूत्र में संक्रमण हो। यह अचानक से विकसित हो सकती है और जल्दी से बड़ी होकर मूत्र मार्ग में बाधा डालती है।
किडनी स्टोन का यह प्रकार एक दुर्लभ प्रकार है। मूत्र में सिस्टीन की मात्रा अधिक होने पर यह किडनी में स्टोन बनाता है। यह ज्यादातर उन महिलाओं में पाई जाती है जो अनुवांशिक विकार सिस्टिन्यूरिया का शिकार हो।
जरूरी नहीं है कि जिनको किडनी स्टोन हो उनके लक्षण समान हो क्योंकि कई बार छोटी आकार की पथरी बिना दर्द किये आराम से निकल जाती है परंतु कई बार बड़ी पथरी मूत्र के प्रवाह को अवरुद्ध करती है जिससे असहनीय दर्द होता है।
किडनी स्टोन का दर्द इस बात पर भी निर्भर करता है कि वह किस स्थान पर है और वह आपके मूत्र पथ में कितनी प्रगति कर रही है। ज्यादातर लोगों को किडनी स्टोन का दर्द उनकी पीठ के एक तरफ या पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होता है और यह दर्द अचानक से और रात में या सुबह-सुबह शुरू होता है क्योंकि इसका मुख्य कारण है कि लोग रात में या सुबह कम पेशाब करते हैं जिसके कारण मूत्र वाहिनी संकुचित हो जाती है।
यह दर्द धीरे-धीरे करके बढ़ने लगता है। कई बार यह दर्द थोड़ी देर में ठीक हो जाता है या फिर वापस उठ जाता है। दर्द में उतार-चढ़ाव आता रहता है। यह दर्द इसलिए होता है कि पथरी मूत्र पथ में अपना स्थान बदल रही होती है।
मूत्र करते वक्त मूत्र वाहिनी में दर्द होना
मूत्र में खून आना
मूत्र करते समय धुंधलापन या जलन होना
मूत्र में अजीब सी गंध आना
सामान्य से अधिक पेशाब आना या फिर सामान्य से कम पेशाब आना
मूत्र का रंग बदलना जैसे भूरा, लाल, गुलाबी होना
ज्यादा और बार बार उल्टी लगना
बुखार आना
मूत्र करते समय कठिनाई या दर्द होना
इतना भयंकर दर्द होना की बैठना या खड़ा होना मुश्किल होना इसके कुछ अन्य लक्षण हैं।
आपके परिवार में किसी और को भी किडनी स्टोन हो।
आप मोटापे का शिकार हो।
आपका ब्लड प्रेशर हाई हो।
आपके खान-पान में सोडियम की मात्रा ज्यादा और कैल्शियम की मात्रा कम हो।
आप व्यायाम या शारीरिक एक्सरसाइज ना करते हो।
गर्म जलवायु वाले क्षेत्र में रहना और अपर्याप्त द्रव सेवन करना।
ऐसी दवाइयों का सेवन करना जो किडनी स्टोन बनाने में मुख्य भूमिका निभाती हो आदि।
अगर आपको पथरी है तो आपको रोजाना 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए क्योंकि छोटी पथरी तो पानी के सेवन से ही निकल जाएगी।
इसमें आप एक कप गर्म पानी में दो चम्मच सेब का सिरका और एक चम्मच शहद मिलाकर प्रतिदिन सेवन करें। इससे भी पथरी निकल सकती है।
तुलसी के पत्ते गुणों का भंडार होते है। अगर आप रोजाना तुलसी के रस में शहद मिलाकर सेवन करती है तो पथरी अवश्य ही निकल जाएगी परंतु आपको इसका सेवन 5 से 6 महीने तक करना होगा।
अनार भी किडनी स्टोन को निकालने में काफी सहायता है। इसमें आप अनार के दाने खाए या फिर इसका जूस भी पी सकते हैं।
तरबूज में भरपूर मात्रा में पोटेशियम और मैग्नीशियम होता है जो हमारे शरीर में पानी की कमी को पूरा करते हैं और यह मूत्र मे एसिड की मात्रा को भी नियंत्रित करने में मदद करता है।
किडनी स्टोन के लिए आप नारियल पानी का सेवन कर सकते हैं। जिस समय आपको यह समस्या हो आप दिन में तीन से चार बार नारियल पानी पिए। इससे आपको बार-बार मूत्र आएगा जो आपकी किडनी स्टोन निकालने में सहायता करेगा।
आधी चम्मच बेकिंग सोडा को एक गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर पिए। इसे आप दिन में दो से तीन बार पी सकते है।
शतावरी किडनी स्टोन निकालने का एक कारगर इलाज है क्योंकि इसमे एक asparagine नामक तत्व होता है जो स्टोन को तोड़ने का काम करता है और मूत्र का उत्पादन भी बढ़ाता है। इसे आप अपने दैनिक आहार में शामिल करें और इसे सब्जी के रूप में या सलाद के रूप में इसका सेवन करें।
मूली विटामिन ए, बी, सी, पोटेशियम और डाइजेस्टिव एंजाइम्स से समृद्ध होती है। यह शरीर को डिटॉक्स करने का काम करती है व पेशाब और पाचन क्रिया में सुधार करने का काम करती है। आप रोजाना मूली का जूस निकालकर सुबह खाली पेट पी सकते हैं। यह आपकी किडनी स्टोन निकालने में सहायता करेगी।
राई के दाने जितनी फिटकरी को लेकर उसे एक कांच के गिलास में रात को भिगोकर छोड़ दें और सुबह खाली पेट इस पानी को पीले। इससे भी आपको काफी आराम मिलेगा।
दो चम्मच बिच्छू पत्ती को एक कप गर्म पानी में 10 मिनट के लिए भिगोकर छोड़ दें। फिर आप इसे चाय की तरह पिए। इसे आप दिन में दो से तीन बार पी सकती हैं। बिच्छू पत्ती मूत्र वर्धक का काम करती हैं और साथ ही यह शरीर में इलेक्ट्रोलाइट को संतुलित बनाए रखने का काम भी करती है।
इसके अलावा आप पथरी बनाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें। आप ऐसे खाद्य पदार्थों जैसे चॉकलेट, चुकंदर, पालक और अधिकांश मेवे का सेवन ना करें क्योंकि इनमें ऑक्सलेट और फास्फेट होता है जो पथरी बनाने का काम करते हैं। आप पशु प्रोटीन का भी कम सेवन करें क्योंकि यह यूरिक एसिड को बढ़ाता है जो किडनी स्टोन के होने का काम करता है।
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