किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी (IAS Exam ki Tayari) करना मुश्किल जरूर है लेकिन नामुमकिन नहीं। कई विद्यार्थियों के बचपन का सपना होता है कि वे बड़े होकर करियर के तौर पर यूपीएससी को चुनें और एक आईएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करें। देखा जाए तो यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी (How to become IAS Officer in Hindi) करना बड़ा भारी काम लगता है लेकिन यदि आप शुरुआत से ही योजना बनाकर आईएएस की तैयारी करेंगे तो आप आसानी से इस प्रतियोगी परीक्षा को पास करके सही मुकाम हासिल कर पाएंगे। आईएएस ऑफिसर कैसे बने (IAS Kaise bane), आइये जानते है।
शुरुआत के तीन महीने तो आपको इस परीक्षा की तैयारी की योजना ही बनानी चाहिए। सबसे पहले तो अपने दिल और दिमाग में यह बिठा लीजिए कि आपको किसी भी तरह इस परीक्षा को पास करना है। इसके लिए आप इंटरनेट की मदद ले सकते हैं। हर तरह के लेख, वीडियो, ओपन सेशन में भाग लें और आपने जो भी सीखा, उसे नोटबुक में लिख लें। इसके बाद ही आईएएस परीक्षा की तैयारी असल में शुरू करें। आपको जैसे ही इस परीक्षा के बारे में सब कुछ पता चल जाएगा, आप इसकी तैयारी कर पाएंगे।
यह भी सोचें कि आप आईएएस क्यों बनना चाहते हैं। क्या आप लोगों के बीच जाकर उनके लिए काम करना चाहते हैं? आम लोगों की समस्याएं सुलझाना चाहते हैं?
एक बार आपने अपना इरादा पक्का कर लिया तो अब बारी आती है विषय चुनने की। यदि आप निश्चित नहीं कर पाएं हैं कि आप कौन सा विषय लें तो विषय का चयन करने के लिए आप हर विषय के पिछले पांच सालों के प्रश्न पत्रों को देख सकते हैं।
यदि आपने अपनी सोच और पसंद के अनुसार सही विषय चुन लिया है तो आपका आधा काम तो ऐसे ही हो जाता है। विद्यार्थी में शैक्षिक योग्यता के साथ अनुशासन और धैर्य का होना बहुत आवश्यक है। साथ ही एक विद्यार्थी के तौर पर इस परीक्षा की तैयारी से पहले यह सोच ले कि उसमें पर्याप्त योग्यता, अनुशासन और धैर्य होना चाहिए।
बाजार और इंटरनेट में पढ़ने के लिए कई किताबें, कोचिंग नोट्स और सामग्री उपलब्ध है। यह सब आपकी तैयारी में काम आता है। एक बार अपने लिए पुस्तकों और अन्य पठनीय सामग्री की सूची बना लेने और इसमें डूब जाने से आपके लिए चीजें बहुत आसान हो जाती हैं। पहली बार यूपीएससी परीक्षा की तैयारी से पहले इन पुस्तकों, कोचिंग नोट्स और अन्य पठनीय सामग्री को कम से कम दस बार सही तरीके से पढ़ डालना आवश्यक है।
यदि आप वाकई गहराई तक विषय को जानना और समझना चाहते हैं तो कम किताबें पढ़ना और उन्हें सही तरीके से समझना ज्यादा बेहतर है बजाय कि आप ढेर सारी किताबें पढ़ लें और समझें कम। इस तरह से आप प्राकृतिक तौर पर उत्तर देने में समर्थ हो पाएंगे। इस परीक्षा की तैयारी की शुरुआत में आपको एनसीईआरटी की किताबों से भी काफी मदद मिलेगी। इन किताबों को आप अपनी मूलभूत, विश्लेषणात्मक और भाषा की समझ के अनुसार पढ़कर खुद की क्षमता को आगे बढ़ाएंगे।
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में यह कदम बहुत महत्वपूर्ण है वरना आप मंजिल से भटक जाएंगे। आपको प्रेलिम्स और मेन्स की तैयारी एडवांस में करनी होगी। मेन्स के सिलेबस के साथ यदि आप अपनी तैयारी शुरू करें और अपने वैकल्पिक विषय को भी प्रेलिम्स से पहले समय पर खत्म कर लें। प्रेलिम्स से पहले, तीन महीने विशेष तौर पर सिर्फ प्रेलिम्स की तैयारी में लगाएं।
वैकल्पिक विषय की पढ़ाई करते हुए अपने नोट्स बनाना न भूलें। किताबों का गहन अध्ययन करते हुए अपने नोट्स बनाने से आपको बहुत मदद मिलेगी। आपका आधार मजबूत होगा। इसके बाद जनरल स्टडीज के लिए न्यूज पेपर को नियमित तौर पर पढ़ते रहें। अखबारों में द हिंदू एक बढ़िया विकल्प है।
जनरल स्टडीज के सिलेबस को भी कम से कम तीन बार पूरा करें और इसके लिए भी अपने नोट्स बनाएं। इसी के साथ-साथ अखबारों से समसामयिक और वर्तमान के मुद्दे के नोट्स भी बनाते जाएं। यदि आपका ध्यान सिर्फ पढ़ाई पर केंद्रित होगा तो आप जान पाएंगे कि पांच मिनट में भी बहुत कुछ किया जा सकता है। रोजाना सुबह उठकर उस दिन की योजना बनाएं और इसके लिए एक डायरी बना लें। इस दौरान कम से कम 10-11 घंटे की पढ़ाई यूपीएससी की परीक्षा पास करने के लिए आवश्यक है। बाद में भले ही आप 5-6 घंटे पढ़ सकते हैं। सप्ताह के सात दिन पढ़ने की बजाय छह दिन पढ़ें और एक दिन खुद को तरोताजा करने के लिए दें। इस एक दिन को आप खेलें, फिल्में देखें, घुमने जाएं।
अपने मन में यह गहराई से बैठा लें कि आप यूपीएससी के लिए ही बने हैं। आपको आईएएस अफसर बनना ही है। समझ लें कि यह प्रतियोगी परीक्षा मुश्किल है लेकिन आप अपने प्रतिद्वन्द्वियों से हर मामले में बेहतर हैं। इस परीक्षा के लिएआत्मविश्वास का होना बहुत आवश्यक है। एक साल के लिए इस यूपीएससी परीक्षा में अपना दिल और दिमाग दोनों लगा दीजिए। अपने साथ ईमानदार रहना बेहद आवश्यक है और स्वयं को लगातार परखते रहना भी। अपने समय का सदुपयोग न्याय पूर्ण तरीके से करें।
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