प्रतियोगी परीक्षा पास करने के बारे में आपने सोच तो लिया है लेकिन आपको यह नहीं पता कि कहाँ से और कैसे शुरुआत की जाए (Competition ki Taiyari)। आपको शुरू में भले ही यह मुश्किल लग रहा हो लेकिन सच तो यह है कि इसे पास करना तब मुश्किल नहीं है, जब आप मेहनत के साथ ही अपने दिमाग का इस्तेमाल भी खूब करते हैं। यदि आपने अपने जीवन के कुछ महीने प्रतियोगी परीक्षाओं में लगा दिए तो इसे पास करना आपके लिए आसान हो जाएगा।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में चार विषय सबसे ज्यादा जरूरी हैं और ये चार लगभग हर प्रतियोगी परीक्षा में रहते भी हैं। आज इन्हीं चारों विषयों जनरल नॉलेज, अंग्रेजी, रीजनिंग और गणित की तैयारी के बारे में जानते हैं। साथ ही कम समय में एग्जाम की तैयारी कैसे करे (Exam Preparation Tips in Hindi), इसके बारे में भी हम जानेंगे।
जनरल नॉलेज में मास्टरी हासिल करने के लिए आपको धैर्य की आवश्यकता पड़ेगी। आपको कोई भी किताब जनरल नॉलेज में मास्टर नहीं बना सकती है। इसका एक ही मूल मंत्र है- देखना। दूसरा मंत्र है उत्सुकता।
अपने आस-पास की चीजों को जानने की उत्सुकता और भूतकाल में हुई चीजों के बारे में जानने की इच्छा। एक साल की जानकारी इस सबके लिए पर्याप्त नहीं है। पुस्तकालय में बैठकर आप पिछले कई सालों के बारे में नहीं जान सकते हैं। इसलिए अखबार अवश्य पढ़ें। इसे अपनी आदत में शामिल कर लें। सिर्फ तस्वीरें नहीं देखें, पढ़े भी। यदि आपको कुछ भी नया दिख रहा है तो उसे अपने दिमाग में नोट कर लें। अच्छे लेखकों की किताबें पढ़े। बड़े और महान लोगों की बायोग्राफी और ऑटोबायोग्राफी पढ़ें। यदि आपको इतिहास, भूगोल, विज्ञान, अर्थशास्त्र के बारे में जानना है तो सबसे पहले एनसीईआरटी स्कूल की किताबें पढ़ें।
पढ़ने के साथ देखना भी आवश्यक है। डिस्कवरी और हिस्ट्री जैसे टीवी चैनल्स देखें। सच्ची घटनाओं पर आधारित डॉक्यूमेंट्री, बायोग्राफी, ऑटोबायोग्राफी देखें। जो खेल पसंद है, उसे देखें। सवाल सुनें, विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं, यह जानें। अपने कान हमेशा खुले रखें। ज्ञान और जानकारी चारों तरफ है, हासिल करना आपका काम है। यदि आपको वाकई जनरल नॉलेज में मास्टरी हासिल करनी है तो अपनी इंद्रियों को खुला रखें।
सबसे पहले तो अंग्रेजी का अखबार पढ़ना शुरू कर दें। द हिंदू इस मामले में सबसे बढ़िया है। यदि आपको फाइनेंस में रुचि है तो फाइनेंशियल एक्सप्रेस या बिजनेस लाइन भी पढ़ें। इस तरह से आपकी अंग्रेजी में सुधार आएगा और जनरल नॉलेज भी बढ़ेगी।
अखबार पढ़कर आपको यह जानने और समझने का मौका मिलेगा कि आप किस तरह से अपने विचारों को सामने रख सकते हैं और किस तरह के मुहावरों का प्रयोग इन दिनों हो रहा है। इस तरह से प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अंग्रेजी की आपकी तैयारी 20 फीसद तक हो जाती है। इसके अलावा, आपको अंग्रेजी की अच्छी किताबें खरीदनी और पढ़नी चाहिए। चाहें तो अंग्रेजी सीखने की किताब भी खरीद सकते हैं। इनमें अंग्रेजी के अभ्यास के कुछ विषय और अध्याय भी दिए होते हैं। इनके नोट्स बनाएं और रोजाना अभ्यास करें।
एक पॉकेट डिक्शनरी भी आपकी सूची में शामिल होनी चाहिए। इसे अपने साथ ही रखें। अखबार पढ़ते हुए जिन शब्दों का अर्थ न समझ में आए, उसे उसमे देख लें। वैसे यह काम इन दिनों मोबाइल फोन भी कर सकता है। आप खुद महसूस करेंगे कि एक महीने में ही आपने कितना कुछ सीख लिया है। आप मोबाइल फोन पर डिक्शनरी और ग्रामर एप भी डाउनलोड कर सकते हैं।
जब आप रास्ते में कहीं जा रहे हों या फ्री हों तो इससे मदद लें। यदि आपके पास समय है तो अंग्रेजी में उपन्यास भी पढ़ें और रोजाना कम से कम एक घंटे पढ़ने की आदत डालें। फिक्शन पढ़कर आपकी पढ़ने में रुचि बढ़ेगी। नॉन-फिक्शन पढ़कर आप खुद को जानकार बना पाएंगे। दोनों तरह की किताबें पढ़नी आवश्यक हैं।
रीजनिंग समय लेने वाला विषय है, जिसकी तैयारी हर विद्यार्थी को करनी पड़ती है। लॉजिकल सोच के अलावा रीजनिंग स्किल आपको अच्छे नंबर लाने में मदद करती है। इसलिए यदि आपको प्रतियोगी परीक्षाओं में पास करना है तो आपके पास तार्किक दिमाग होना जरूरी है। रीजनिंग में मास्टरी हासिल करने के लिए आपको ध्यान केंद्रित करना सीखना होगा। इस तरह से आप विभिन्न परिस्थितियों को हैंडल करना सीख जाते हैं।
यदि आपका ध्यान केंद्रित नहीं होता है तो आप रीजनिंग के सवालों का जवाब देने में खुद को असमर्थ पाएंगे। इसलिए प्रतियोगी परीक्षाओं में रीजनिंग के पेपर में पास करने के लिए आपको सबसे पहले ध्यान केंद्रित करना सीखा चाहिए। अभ्यास इसके लिए बढ़िया और पहला कदम है। तार्किक क्षमता के बावजूद कई विद्यार्थी रीजनिंग के पेपर में पास नहीं हो पाते हैं क्योंकि उनमें अभ्यास की कमी रहती है।
आप किसी भी सवाल को कम समय में हल कर पाने में समर्थ होंगे। रीजनिंग के पेपर के लिए कुछ ट्रिक्स और टिप्स होते हैं जो रीजनिंग के सवालों को हल करने में आपकी मदद करते हैं। इसलिए उन ट्रिक्स और टिप्स का प्रयोग करके आप परीक्षा में पेपर आसानी से हल कर पाएंगे। पिछले कुछ सालों के रीजनिंग के पेपर को हल करके भी आप अभ्यास कर सकते हैं। अभ्यास करने के लिए यह बेहतरीन तरीका है।
प्रतियोगी परीक्षाओं का सिलेबस मुख्यत: हाई स्कूल के गणित पर निर्धारित होता है। बस कठिन थोड़ा अधिक होता है। इसलिए जब आप गणित की तैयारी कर रहे होते हैं तो यह जान लीजिए कि आप स्कूल के गणित का रिवीजन कर रहे हैं। अपनी गति को बढ़ाने के लिए आप 13, 17, 19, 23 के टेबल्स यानी पहाड़े अवश्य याद कर लें। टेबल्स, डिविजिबिलिटी रूल्स और फैक्टराइजेशन जैसी तकनीकें याद कर लें। इन्हें समझना और याद करना बहुत आसान है। फ्रैक्शन से डिसिमल बहुत जल्दी करना आना चाहिए। इसके लिए भी टेबल्स याद करने आवश्यक हैं।
एचसीएफ और एलसीएम का कॉन्सेप्ट याद कर लें। स्कवायर रूट, क्यूब रूट के ट्रिक्स सीख लें। फ्रैक्शन के परसेंटेज कंवर्जन याद कर लें। रेशियो ट्रिक्स सीख लें।इससे आपके समय की बचत होगी। ट्रिक्स का अभ्यास लगातार करते रहना आवश्यक है। सिर्फ प्रक्रिया और कदम न सीखें बल्कि समस्याएं भी सुलझाएं। समझने की कोशिश करें कि परीक्षार्थी ने फलां सवाल क्यों पूछा है।
आप आर. एस. अग्रवाल की किताब से शुरुआत कर सकते हैं। इसमें कदम दर कदम सवाल और सुलझाने के तरीके दिए गए हैं। समझने के लिए यह किताब बहुत आवश्यक है। यदि आपको इसके अलावा भी गणित को समझने के लिए मदद चाहिए तो आप ऑनलाइन उपलब्ध कई ट्यूटोरियल्स देख सकते हैं। गणित के लिए आवश्यक है कि आप लगातार अभ्यास करते रहें। आप जितना ज्यादा इसके सवालों को हल करने में अपने दिमाग का प्रयोग करेंगे, आपको सफलता उतनी अधिक मिलती जाएगी।
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